लोकतंत्र के नाम पर साम्राज्यवाद: अमेरिका का मध्य-पूर्व में खूनी खेल

सचिन श्रीवास्तव 1991 से 2003 के बीच अमेरिका ने अपनी वैश्विक सत्ता बनाए रखने के लिए लोकतंत्र और मानवाधिकारों की रक्षा का दिखावा करते हुए मध्य-पूर्व को युद्ध के मैदान … Read More

अमेरिका: लोकतंत्र का ठेकेदार या जनक्रांतियों का दुश्मन?

सचिन श्रीवास्तव अगर हाल ही में जेलेंस्की और ट्रंप के बीच हुई बातचीत पर नजर डालें, तो साफ दिखता है कि अमेरिका की वैश्विक धाक अब ढलान पर है। जिस … Read More