Peoples Resistance: बंटवारे की राजनीति के खिलाफ लोग एकजुट हो रहे हैं, यह एक संभावना है: मनोज कुलकर्णी
मौजूदा राजनीति के विकास और विस्तार को समझने के लिए 1980 के दशक को जानना एक महत्वपूर्ण कड़ी है। 1980 में उभरी दक्षिणपंथी राजनीति ने 2014 और 2019 में अपनी जड़ें गहरी की हैं। इस राजनीति के बरअक्स प्रतिरोध की राजनीति (peoples resistance) भी समांतर रूप से चलती रही है और प्रतिरोध की इस राजनीति को एकजुट करने की कोशिशें भी दिखती हैं।
60 के दशक में उभरे जनआंदोलनों (peoples resistance), वामपंथी राजनीति की बिखराव और बीते 30 सालों के आर्थिक, राजनीति, सामाजिक परिदृश्य पर जनवादी लेखक संघ के सचिव और चित्रकार मनोज कुलकर्णी ने संविधान लाइव से लंबी बातचीत की।
इस बातचीत में उन्होंने वामपंथी राजनीति की विभिन्न धाराओं समेत दक्षिणपंथी राजनीति की जड़ों के साथ सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों के राजनीति और संस्कृति पर पड़े असर को विस्तार से बताया है।
इस पूरे इंटरव्यू को आप संविधान लाइव के यूट्यूब चैनल पर तीन हिस्सों में सुन व देख सकते हैं।
Manoj Kulkarni, State Secretary, Janvadi Lekhak Sangh Madhya Pradesh in a conversation with Samvidhan Liveabout the evolution of the current politics and people’s movement post-independence, specifically in MP. We discussed the co-relation between the rise and popularization of right wing politics and decline of left wing politics in the same period. Interviewed by Sachin Shrivastava, Samvidhan Live Camera by Mohammed Suleiman and Shiv Kataria from Azaad Bol