Covid 2nd strain: कोरोना की दूसरी डोज के लिए परेशान हैं लोग
सायरा खान
खूब प्रचार किया जा रहा है कि आम नागरिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं। स्वयं को और अपने परिवार को कोरोना बीमारी से बचाएं। प्रचार से इतर हकीकत यह है कि लोगों तक वैक्सीन नहीं पहुंच रही है।
जवाहर कॉलोनी के रहने वाले इरफान ऑटो चालक हैं। वह निम्न मध्यवर्गीय परिवार से हैं। ऑटो चला कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। इरफान ने बताया कि मेरी अम्मी ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। उन्हें 28 दिन के बाद दूसरा डोज लगना था। ऐसा उन्हें वहां मौजूद मेडिकल स्टॉफ ने बताया था। अम्मी को वैक्सीन लगवाए दो माह हो गए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें दूसरी डोज नहीं लग सकी है। वैक्सीन लगवाने के लिए इरफान अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं।
इरफान ने बताया कि अस्पताल वालों का कहना है कि अभी वैक्सीन आई नहीं है। जब आएगी तब लगवा लेना। इरफान की अम्मी को पहला डोज लुकमाबाई अस्पताल बरखेड़ी पर दी गई थी। इरफान का चिंता है कि ज्यादा दिन गुजर जाने के बाद पहली वैक्सीन का असर भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में दूसरी डोज कितनी कारगर होगी, यह सवाल उन्हें परेशान करता है।
ऋषि नगर की मुस्कान ने बताया कि उनके मोहल्ले में वैक्सीन का कैंप लगा था। उनके माता-पिता ने वैक्सीन लगवा ली। वैक्सीन लगे एक महीना हो गया है। हमें यह नहीं बताया गया कि कौन सी वैक्सीन लगाई है। और कोई पर्चा भी लिखकर नहीं दिया गया। हमें यह भी नहीं पता है कि दूसरा डोज कब लगेगा।