Labour Strike: पूरे देश में मजदूर हड़ताल, राजधानी में लोगों का उमड़ा सैलाब
26 नवम्बर की देशव्यापी हड़ताल (Labour Strike) पर आजाद बोल के साथी शाहिद खान की रिपोर्ट
भोपाल। संविधान लाइव
आज पूरे देश में केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों ने हड़ताल (Labour Strike) की। देश भर के सभी ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर हुई इस हडताल का असर पूरे देश में देखने को मिला।
वहीं राजधानी भोपाल में भी मज़दूर विरोधी कानूनों के विरोध (Labour Strike) में शहर के नीलम पार्क में काफी तादाद में लोगों और संस्थाओं के कर्मचारियों हड़ताल में हिस्सा लिया। इसमें विभिन्न पार्टियों से जुड़े यूनियनों ने हिस्सेदारी की।
आशा, उषा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने की हिस्सेदारी
भोपाल के सभी आंगनबाड़ी और आशा उषा कर्मचारियों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। लोगों में नए श्रम कानूनों को लेकर काफी गुस्सा देखा जा रहा है। लोग बड़ी तादाद में सड़कों पर उतर रहे हैं। वहीं सारी दुनिया के मजदूर एक हों के नारे के साथ कई अन्य देशों के मजदूरों ने भी भारतीय मजदूरों की हड़ताल (Labour Strike) का समर्थन किया है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि देश के आम नागरिकों के अधिकारों को केंद्र सरकार द्वारा नए नए कानूनों से कुचला जा रहा है और नागरिकों को ठगा जा रहा है। उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को भी छीनने की कोशिश की जा रही है।
इश्क पर जोर नहीं इश्क कमजोर नहीं
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने छोटे-छोटे नाटकों द्वारा लव जिहाद कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। अपनी आजादी और सरकारों द्वारा ऐसे कानूनों को थोपे जाने पर युवाओं में भी काफी नाराजगी देखी जा रही है। युवाओं द्वारा इश्क पर जोर नहीं कैंपेन के जरिये राजधानी के अलग अलग इलाकों में नाटक किए जा रहे हैं।
फिलहाल देश में देश का आम नागरिक चाहे किसान हो या मजदूर तबके का हो या व्हाइट कॉलर जॉब में हो या बच्चे हो या युवा हो किसी ना किसी तरह सरकार द्वारा गलत नीतियों से परेशान हैं और सरकार अपनी वाहवाही में अपनी पीठ थपथपा रही है।