podcast-9: लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 साल करना, कितना गलत, कितना सही?

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Podcast-9: दिसंबर 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र सीमा 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। हालांकि यह मामला संसद में पहुंचने के बाद एक बार फिर सलेक्ट कमेटी के पास पहुंच गया है और अभी इस बदलाव को कानूनी मंजूरी नहीं मिली है। लेकिन यह मसला आम नागरिकों के बीच बहस का रूप अख्तियार कर चुका है।

इस मसले पर संविधान लाइव की साथी फरहा ने ऐशबाग के कलाकारों के समूह हुनर की शबाना, संजू, इंशा से पूछा कि वो इस संशोधन को कैसे देखती हैं। इसी क्रम में बात करने पर अनम, अमरीन और तस्वीर का मानना है कि लड़कियों को अपने निजी फैसले लेने का अधिकार है। उन्हें शिक्षा और रोज़गार के मौके सुनिश्चित हों तो वो खुद फैसला कर सकती हैं कि उन्हें शादी कब और किस से करनी है।

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वहीं मिर्ज़ा अंसारी, साबरा बी और राजीव नगर की महिलाओं ने बताया कि वो इस संशोधन का विरोध क्यों कर रही हैं। औरग़ज़ेब ने समाज में इस संशोधन की खबर आने के बाद क्या हलचल चल रही है इस पर रौशनी डाली।

सुनिये इन सभी की राय। इस पॉडकास्ट को फरहा और निम्रा ने तैयार किया है।

आप इस संशोधन के बारे में क्या सोचते हैं? लड़कियों को किस उम्र में शादी करना चाहिए? लड़कियां कब शादी करें यह कौन तय करेगा? क्या शादी की उम्र बढ़ाने या घटाने से लड़कियों और महिलाओं के मौजूदा हालात में कोई बड़ा बदलाव आएगा? इन सवालों पर अपनी राय ज़रूर बताएं।
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जिंदाबाद, जोहार

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