Indore Lynching Case: न्यायिक हस्तक्षेप के जरिए खारिज हो पीड़ित पर दर्ज मामले: जांच दल

चूड़ी बेचने वाले युवक की पिटाई मामले में 5 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग दल पहुंचा इंदौर इंदौर के मामले में संयुक्त जांच दल जल्द जारी करेगा घटना की विस्तृत रिपोर्ट भोपाल। … Read More

Kartik Sharma: संत हो चुका एक बच्चा उर्फ किताबों का जीवंत हरकारा

सचिन श्रीवास्तव आमतौर पर किसी करीबी के जन्मदिन पर उसके बारे में लिखना एक किस्म का पारंपरिक हवन है, जिसमें हम सब अपनी ओर से चंद खूबसूरत अल्फाजों की आहूति … Read More

राष्ट्रवाद बनाम मानवता

(उन्नीसवीं और बीसवीं सदी में जिस अवधारणा ने राष्ट्रों के एकीकरण के साथ-साथ सर्वाधिक युद्धों की पृष्ठभूमि तैयार की है, वह राष्ट्रवाद ही है। क्या है, यह राष्ट्रवाद? इस अवधारणा ने कैसे सत्ताओं … Read More

Premchand: अपने समय को देखने की काबिलियत देते हैं प्रेमचंद

संविधान लाइव में रविवार को हुई प्रेमचंद (Premchand) पर परिचर्चा बीते रविवार को भारतीय महिला फेडरेशन, संविधान लाइव और आल इंडिया यूथ फेडरेशन की ओर से उपन्यास सम्राट प्रेमचंद (Premchand) … Read More

कुकर और बच्चों की किताबों में आतंकवाद तलाशती यूपी सरकार

जनता का मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सरकार बना रही मुस्लिम विरोधी माहौल: रिहाई मंच रिहाई मंच ने आतंकवाद के नाम पर की गई गिरफ्तारियों को लेकर की पत्रकारवार्ता … Read More

IPTA: मध्य प्रदेश—छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक आंदोलन और इप्टा की भूमिका

(IPTA: जनता के रंगमंच की नायक जनता स्वयं होती है थीम पर संविधान लाइव ने पिछले दिनों प्रसिद्ध रंगकर्मी, लेखक और रंगकर्म पत्रिका की संपादक उषा वैरागकर आठले, वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी … Read More

AK Pankaj: अश्विनी कुमार पंकज से संविधान लाइव की बातचीत

उत्पादन, उपभोग और आदिवासी समाज विषय पर AK Pankaj से संविधान लाइव की बातचीत यह बातचीत मुख्य रूप से तीन सवालों पर केंद्रित है। 1. मौजूदा दुनिया में उत्पादन के … Read More

Medha Patkar: किसान आंदोलन के 6 माह के मायने

Medha Patkar: किसान आंदोलन के 6 माह के मायने संविधान लाइव के आंदोलन अपडेट में आज मेधा पाटकर। आज ऐतिहासिक किसान आंदोलन को छह महीने हो गए हैं और कल … Read More

Theatre: कोविड काल में रंगकर्मियों के हाथों से छूटा ‘रंग’

(Theatre in Lockdown: कोविड काल बीते साल में सबसे अधिक इस्तेमाल हुए शब्दों में शामिल है। इस शब्द में छुपी तकलीफ को समाज के कई तबकों ने महसूस किया है। … Read More