ये इश्क नहीं आसां

एशियाई समाज अपनी विविधता के बावजूद जिस एक डोर से बंधा है, वह अदृश्य होते हुए भी गाहे-बगाहे उदाहरणों से सामने आती रहती है। दिलचस्प है कि हिना-बिलावल के अंतरंग … Read More

भाषण से मैदान मारने की बेबसी

नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव की गर्माहट के बीच गुरुवार को बराक ओबामा ने डेमोक्रेटिक पार्टी के सम्मेलन में अपना बहुचर्चित भाषण दिया। वे लगातार दूसरी … Read More

बंधक लोकतंत्र की याद

आपातकाल पर जनवाणी का विशेष पेज आपातकाल दु:स्वप्न था। उस दौर में आम आदमी से लेकर राजनीतिक और सरकार से लेकर लोकतंत्र ने बहुत कुछ खोया था। जनता और तानाशाही … Read More

संघर्षरत जनता का वैश्विक प्रतिनिधि

8 अक्तूबर 1967 को 17 छापामारों और बोलिविया की सैन्य टुकड़ी के बीच घमासान लड़ाई हुई। चे गंभीर रूप से घायल हो गए। बंदी बना लिए गए। कमांडर पराडो सालमन … Read More

शिक्षा का सामाजिक रूपक

भारतीय समाज में कामयाबी को उत्साही ढंग से मनाने का रिवाज रहा है। हाल ही में आए सीबीएसई और विभिन्न बोर्ड्स के नतीजों में भी यह पारंपरिक उत्साह कम नहीं … Read More

कम्यूनिज्म गॉन विद कॉमरेड स्तालिन

एक इंसान पैदा होने और मौत के आगोश में जाने से पहले अपने आसपास के लोगों पर प्रभाव डालता है। अच्छा–बुरा, कम या ज्यादा। कुछ लोग वक्त की सरहद को … Read More