NEET Exam Controversy 2024: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती, राजनीतिक घमासान और छात्रों की मुश्किलें

NEET Exam Controversy 2024

नेशनल एलिजिबिलिटी कम  एंट्रेंस टेस्ट (NEET) UG 2024 को लेकर विवाद सड़कों से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। परीक्षा में गड़बड़ी और पेपर लीक के आरोपों के चलते छात्रों और राजनीतिक दलों में नाराजगी बढ़ रही है। इस मुद्दे पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जहां न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की बेंच ने सख्त टिप्पणी की। कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर 0.01 प्रतिशत भी खामी पाई गई, तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। अदालत ने छात्रों की मेहनत को समझने और उनकी शिकायतों को नजरअंदाज न करने की हिदायत दी।

याचिकाएं और आरोप

इस विवाद की जड़ में कई याचिकाएं हैं, जिनमें NEET परीक्षा को रद्द करने और फिर से आयोजित करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता नितिन विजय और अन्य ने अपनी याचिका में दावा किया कि 20 हजार छात्रों ने डिजिटल सत्याग्रह के माध्यम से परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं का हवाला देते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की है।

सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए और केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि परीक्षा की तैयारी और छात्रों की मेहनत को ध्यान में रखते हुए उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति अगर डॉक्टर बन जाता है, तो यह समाज के लिए बेहद हानिकारक होगा। इसी संदर्भ में कोर्ट ने 2015 के AIPMT परीक्षा रद्दीकरण का हवाला दिया, जहां इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के इस्तेमाल के सबूतों के आधार पर परीक्षा रद्द की गई थी।

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राजनीतिक दलों का विरोध

इस विवाद में राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है। दिल्ली, हैदराबाद और कोलकाता में राजनीतिक संगठनों ने प्रदर्शन किए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा।

ग्रेस मार्क्स का विवाद

NEET 2024 में ग्रेस मार्क्स दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ। NTA ने बताया कि ‘लॉस ऑफ टाइम’ के कारण कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने के बाद, NTA ने 23 जून को इन छात्रों की फिर से परीक्षा आयोजित की और 30 जून को नए परिणाम घोषित किए।

परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी के आरोप

गुजरात के गोधरा परीक्षा केंद्र में भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जहां कर्नाटक, ओडिशा और झारखंड के छात्रों ने 10-10 लाख रुपए घूस देकर परीक्षा दी थी। इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है।

कोर्ट रूम की सुनवाई

जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवी भट्टी ने 4 याचिकाओं को 8 जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। याचिकाकर्ता के वकील ने जांच की प्रगति की जानकारी मांगी, जिसे कोर्ट ने अगली सुनवाई में पेश करने का निर्देश दिया।

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NEET UG क्या है?

NEET UG एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जो मेडिकल और डेंटल कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा संचालित होती है।

NTA की सफाई

NTA ने पेपर लीक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि इसका कोई सबूत नहीं है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी कहा कि NEET के रिजल्ट में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

NEET परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतें

देशभर में अलग-अलग राज्यों से लगभग 20 हजार छात्रों ने NEET-UG 2024 को लेकर शिकायतें दर्ज कराई हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि उनकी आंसरशीट्स जानबूझकर फाड़ी गईं और कुछ छात्रों को गलत तरीके से ग्रेस मार्क्स दिए गए। एक छात्रा ने दावा किया कि उसकी OMR शीट जानबूझकर डैमेज की गई थी।

निष्कर्ष

NEET UG 2024 को लेकर विवाद गहराता जा रहा है, जिसमें न्यायपालिका, सरकार, राजनीतिक दल और छात्र सभी शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट की सख्त चेतावनी और राजनीतिक दलों के विरोध के बीच, अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले का अंतिम समाधान कैसे होता है। अगले महीने की 8 तारीख को होने वाली सुनवाई से इस विवाद पर और रोशनी पड़ने की उम्मीद है।