ऑस्कर अवॉड्र्स 2017: और ऑस्कर दिया जाता है…
89वां ‘ऑस्कर अवॉड्र्स समारोह’ कई मायनों में खास रहा। मौजूदा वैश्विक हालात का असर इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड पर पड़ा, तो कुछ नए आयाम भी जुड़े। ‘मूनलाइट’ 2016 की सबसे बेहतर फिल्म करार दी गई, तो केसी एफलेक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और एम्मा स्टोन सर्वश्रेष्ठ अदाकारा चुनी गईं। अवॉड्र्स नॉमिनेशन के बाद सबसे ज्यादा चर्चा फिल्म ला ला लैंड की थी, लेकिन पहली तीन कैटगरी में फिल्म पुरस्कार नहीं जीत सकी। उधर, ईरानी सिनेमा ने एक बार फिर दुनिया भर में अपनी धाक जमाई। विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार असगर फरहदी की ‘द सेल्समेन को मिला।
24 मूल कैटेगरी में दिया जाता है ऑस्कर अवॉर्ड
04 एक्टर्स जैकी चान, एनी वी कोट्स, लीन स्टालमास्टर और फेड्रिक वाइजमैन को दिया गया हॉनरेरी अवॉर्ड
14 नॉमिनेशन के साथ सबसे ज्यादा कैटेगरी में नामांकित होने वाली फिल्मों में शामिल हुई ला ला लैंड।
1950 में ऑल अबाउट ईव और 1997 में टाइटैनिक को भी मिले थे 14 नामांकन
06 पुरस्कारों पर कब्जा जमाया ला ला लैंड ने, 3 अवार्ड मिले मून लाइट को
5 बड़े पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ फिल्म: मूनलाइट (निर्देशक बैरी जैनकिन्स)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: केसी एफलेक (फिल्म मैनचेस्टर बाई द सी)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: एम्मा स्टोन (फिल्म ला ला लैंड)
सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता: महेरशेला अली (फिल्म मूनलाइट)
सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री: विओला डेविस (फिल्म फेंसेज)
घोषणा में हुई गलती
सर्वश्रेष्ठ फिल्म की घोषणा करते वक्त वारेन बीटी और फाये डुनावे से एक बड़ी गलती हो गई। उन्होंने पहले ‘ला ला लैंड’ का नाम सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार के लिए लिया और फिर कहा कि गलती हो गई। असल में यह पुरस्कार मून लाइट को मिला।
ऑस्कर से सम्मानित पहला मुस्लिम अभिनेता
महेरशेला अली ऑस्कर अवॉर्ड पाने वाले पहले मुस्लिम अभिनेता बन गए हैं। वैसे यह महेरशेला का पहला ऑस्कर नामांकन भी था। सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता की दौड़ में भारतीय मूल के अभिनेता देव पटेल भी शामिल थे। देव को ‘लायन’ फिल्म के लिए यह नामांकन मिला था।
सात नहीं हो पाई भारतीय ऑस्कर की संख्या
इस बार ऑस्कर में भारतीयों का प्रतिनिधित्व देव पटेल कर रहे थे। भारतीय मूल के इस ब्रिटिश अभिनेता को ‘लॉयन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता कैटेगरी में नामांकित किया गया था, लेकिन वे ऑस्कर जीतने में नाकाम रहे। 89 सालों के इतिहास में अब तक छह अवार्ड भारत को मिले हैं। इनमें एक हॉनररी अवॉर्ड है। मेहबूब खान की ‘मदर इंडिया’ ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। इसे 1958 में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में नॉमिनेट किया गया था।
-भारत को पहला ऑस्कर 1983 में ‘गांधी’ के बेस्ट कॉस्ट्यूम के लिए भानु अथैया को दिया गया।
-1992 में सत्यजीत रे को हॉनररी ऑस्कर से सम्मानित किया गया। तब रे बीमार थे और उन्हें सम्मानित करने ऑस्कर के प्रतिनिधि कोलकाता आए।
-2009 में ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए तीन श्रेणियों में चार पुरस्कार भारतीयों को मिले। रसूल पुकुट्टी को सर्वश्रेष्ठ साउंड मिक्सिंग, एआर रहमान को ‘जय हो’ के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत और ‘जय हो’ के लिए ही गुलजार और एआर रहमान को सर्वश्रेष्ठ गीत का अवॉर्ड मिला।
ओम पुरी को किया गया याद
ऑस्कर के मंच से अभिनेत्री जेनिफर एनिस्टन ने भारतीय अभिनेता ओम पुरी को श्रद्धांजलि दी। जेनिफर को इस बार ऑस्कर की उस परंपरा को निभाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसमें हर साल दुनिया को अलविदा कहने वाले अभिनेता-अभिनेत्रियों को याद किया जाता है।
अमरीकी पाबंदी के चलते नहीं आ सके असगर फरहदी
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के इमिग्रेशन बैन के कारण ईरानी फिल्म निर्देशक असगर फरहदी ने ऑस्कर समारोह में शिरकत नहीं की। उन्होंने समारोह का बॉयकॉट किया। फरहदी की फिल्म द सेल्समैन को विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला। ईरानी मूल के दो प्रतिष्ठित अमरीकी अनोउशेह अंसारी (पहली महिला अंतरिक्ष यात्री) और फिरोज नादरी (नासा के सौर प्रणाली शोध के पूर्व निदेशक) ने असगर फरहदी के प्रतिनिधि के तौर पर यह अवार्ड लिया।
ये भी आए ऑस्कर सूची में
सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म: द सेल्समैन
सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री: ओजे: मेड इन अमरीका
सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री: द व्हाइट हेलमेट्स
सर्वश्रेष्ठ लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म: सिंग
सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड शॉर्ट फिल्म: पाइपर
सर्वश्रेष्ठ संगीत: ला ला लैंड
सर्वश्रेष्ठ गीत: सिटी ऑफ स्टार्स (ला ला लैंड)
सर्वश्रेष्ठ विजुअल इफेक्ट्स: द जंगल बुक