Covid Tales: बहन मरकर भी न बिछड़ी भाई से
सायरा खान
मेरा नाम संदल है। मैं अपने संयुक्त परिवार में इमामी गेट गली नंबर दो में रहती हूं। मेरे परिवार में माता-पिता, चार भाई और एक बहन थी। मेरा बचपन अपने भाइयों के साथ बीता। मैं अपने भाइयों के साथ खूब खेलती और अकसर उनसे झगड़ा भी करती थी। मेरे रूठ जाने पर मेरे दूसरे नंबर के भाई मुझे मनाते और दुकान से चीज लाकर देते थे। मुझे बहुत अच्छा लगता था। इसी कारण मैं अपने भाई से बहुत प्यार करती थी।
जैसे-जैसे हम बड़े होते गए। हम भाई-बहन का प्यार भी बढ़ता गया। परिवार में सब मुझे चिढ़ाने लगे। जब तेरी शादी होगी तो भाई को दहेज में ले जाना। मुझे सुनकर गुस्सा आता और मैं बोलती, मैं तो यहीं रहूंगी। अपने भाई के साथ। यह सुनकर सब हंसने लगते थे। मेरे भाई की चौक बाजार में कपड़े की दुकान है। वह कपड़े बेचते हैं।
मेरे भाई की उम्र 45 वर्ष है। आज भी उनका लाड-प्यार मुझे वैसा ही मिलता है। जैसे बचपन में मिला करता था, लेकिन कुछ दिनों से मेरे भाई की तबीयत ठीक नहीं रहती। उनका इलाज चल रहा था। अचानक उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उनको पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें कोई आराम नहीं मिला और उनकी मौत हो गई। यह खबर सुनकर परिवार सदमे में था, लेकिन किसी ने मुझे नहीं बताया कि मेरे भाई का इंतकाल हो चुका है।
मैं घर की छत पर खड़ी थी, क्योंकि मेरा दम घुट रहा था कि पता नहीं अस्पताल में क्या हो रहा होगा। सोचा छत पर खड़ी हो जाती हूं। कुछ देर मन बहल जाएगा। छत से मैं सड़क पर आने -जाने वाले लोगों को देख रही थी। अचानक गली में एक एंबुलेंस आई और घर के सामने खड़ी हो गई। मैं घबरा गई कि क्या हुआ होगा। जैसे ही गाड़ी से मेरे भाई का शव निकाला गया। मैंने उसे देखा और मुझे चक्कर आ गया। मैं छत से नीचे गिर गई। चारों तरफ भीड़ लग गई। यह क्या हो गया है। एक तरफ मेरे भाई का जनाजा घर पर रखा जा रहा था। तो दूसरी तरफ मुझे अस्पताल पहुंचाया जा रहा था। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने कहा कि पुलिस केस है। पुलिस को बुलाना पड़ेगा। घरवालों ने पुलिस को बुलाया और मेरा इलाज शुरू किया गया। होश आने पर मुझसे पूछा गया कि तुम कैसे घर की छत से गिर गईं। मैंने बताया कि भाई की लाश को देखकर।
बयान देने के बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी और मैंने अपनी अंतिम सांसे लीं। यह सुनकर घरवालों को एक और बड़ा सदमा लगा। एक जनाजा घर पर रखा हुआ था। अभी उसे दफन भी नहीं किया गया और बहन की मौत की खबर आ गई। सब का सब्र टूट गया। परिवार के लोग फूट-फूट कर रो रहे थे। पुलिस द्वारा बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद परिवार को बहन का शव दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया, घर की छत से गिरने के कारण सिर पर चोट लगी और इनकी मौत हो गई।
जब बहन का शव घर लाया गया तो आस-पड़ोस के लोगों की आंखें नम थीं। परिवार फूट-फूट कर रो रहा था। रात में करीब 11:00 बजे के लगभग दोनों को कब्रिस्तान में दफन किया गया। यह सब देखकर पूरे मोहल्ले में सन्नाटा छा गया। आज एक परिवार के भाई-बहन की मौत हो गई। इलाके में मातम छा गया।