गरीबों को राशन नहीं, बस हर तरफ भाषण है!

गरीबों को राशन नहीं, बस हर तरफ भाषण है!

सायरा खान

बतोलों का दौर है। गरीब को हर कोई बस भाषण दे रहा है। उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। वह भटक रहे हैं। प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। मुख्यमंत्री भाषण देते हैं। गरीबों को राशन मिलेगा ऐसा बोलते हैं। राशन वाला भाषण देता है कि उसके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है। वह राशन नहीं देगा। गरीब नहीं जानता कि अब वह किससे शिकायत करे।

कम्मू का बाग की एक महिला ने बताया कि वह मजदूरी करके किसी तरह परिवार का पेट पाल रही थीं। उनके माता-पिता नहीं हैं। बहन और भाई के साथ किराए पर रहती हैं। काम की तलाश में भोपाल आई थीं। पिछले साल से कोरोना और लॉकडाउन से हालात बुरे हैं। इसकी वजह से घर का खर्च भी नहीं चला पा रही हैं।

वह कहती हैं, “मेरे पास मेरे गांव का बीपीएल राशन कार्ड है। पिछले साल लॉकडाउन के समय घोषणा की गई थी कि जो जिस जगह पर रह रहा है, उसे नजदीकी कंट्रोल से राशन मिलेगा। चाहे वह कहीं का भी निवासी हो। मैं पिछले एक साल से राशन के लिए कंट्रोल के चक्कर लगा रही हूं, लेकिन मुझे राशन नहीं दिया गया। राशन वाला कहता है कि उसके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है। जाकर अपने गांव से राशन लो।”

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महिला याद दिलाते हुए कहती हैं कि सीएम ने घोषणा की है कि तीन माह का राशन एक साथ दिया जाएगा, ताकि लोग लॉकडाउन में खाने के लिए न भटकें। यह समाचार सुनकर उन्होंने सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर कई बार कॉल की, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया, जबकि बड़ी-बड़ी बातें की गई थीं, इस हेल्पलाइन को चालू करते वक्त कि कोई भी समस्या हो 181 पर फोन आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि अगर चुनाव का मौसम होता तो सारी हेल्पलाइ ठीक होतीं। समस्या का निराकरण भी हो जाता, लेकिन लॉकडाउन में गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है। हमें तो इस लॉकडाउन में भूखा ही मरना पड़ेगा। उनका कहना है कि सरकारी योजनाएं सिर्फ नाम भर की हैं। उनके लाभ हमारे हिस्से नहीं आते। हमारा अनाज भी यह भ्रष्ट लोग खा जाते हैं। कभी दस्तावेज के नाम पर तो कभी गांव के विस्थापन के नाम पर।

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वह सवाल करती हैं, “अब आप ही बताएं, मैं इस लॉकडाउन में किसके पास जाऊं राशन लेने के लिए। सरकार ने घोषणा की है घर पर रहो, अब हम घर पर रहकर भूख से मरें क्या, यह हमारा दुर्भाग्य है। मामा जी, जो जिस जगह लॉकडाउन में रह रहा है, वहीं से राशन प्राप्त करने की व्यवस्था करवा दो तो आपकी हेल्प लाइन का उद्देश पूरा हो जाएगा।

नहीं काम कर रहा हेल्पलाइन नंबर
हेल्पलाइन नंबर काम नहीं कर रहा है। या तो हेल्पलाइन नंबर बंद है या फिर रिंग तो जा रही है, लेकिन जिम्मेदार व्यक्ति फोन नहीं उठा रहे हैं।