मीरा इरडा: कार्ट रेसिंग में पुरुष प्रभुत्व को चुनौती
29 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित |
सचिन श्रीवास्तव
कार्ट रेसिंग में बीते तीन-चारों में मीरा का नाम तेजी से उभरा है। वे भारत की एकमात्र कार्ट रेसिंग ड्राइवर हैं। 2012 में उन्होंने आल स्टार कार्टिंग रेस जीती थी। इससे पहले 2010 में उन्हें साल के बेस्ट न्यू अपकमिंग ड्राइवर अवार्ड से नवाजा गया था। जून 2010 में कार्ट रेसिंग शुरू करने वाली मीरा को भविष्य का फार्मूला वन चैंपियन माना जा रहा है। पिछले सप्ताह उन्होंने कोल्हापुर में हुई नेशनल कार्टिंग चैंपियनशिप में एक बार फिर पुरुष प्रभुत्व को चुनौती दी है।
मीरा इरडा
जन्म: 24 अक्टूबर 2000
राष्ट्रीय स्तर पर मोटर स्पोट्र्स में हिस्सेदारी करने वाली भारत की एकमात्र महिला। 2012 में मलेशिया में पहली चैंपियनशिप जीती। फिलहाल कम उम्र के कारण कार्ट रेसिंग में। भविष्य में फार्मूला वन में हिस्सेदारी की योजना।
9 साल की उम्र में शुरू की रेसिंग
2010 में मीरा ने कार्ट रेसिंग की ट्रेनिंग की और महज 25 दिन में ट्रेनिंग का पहला सैशन पूरा कर दिग्गजों को भी हैरत में डाल दिया था। 260 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड वाली कार्ट रेसिंग में हिस्सेदारी कर रही मीरा ने बीते चार सालों में जापान, मलेशिया, थाइलैंड और भारत के सर्किट में अपने हुनर का प्रदर्शन किया है।
पिता हैं कार रेसिंग के शौकीन
मीरा के पिता का वडोदरा में अपना कार रेसिंग सर्किट है। वे बचपन से ही कार रेसिंग को देख रही हैं। नौ साल की उम्र में एक इवेंट देखने वे पुणे गई थीं। उस वक्त उन्होंने पिता से ड्राइविंग की इच्छा जाहिर की। परिवार का साथ मिला और वे अब दुनिया भर में कार्ट रेसिंग चैंपियनशिप में हिस्सेदारी करती हैं।