पर्यटन निवेशक सम्मेलन: आसान होगा देश में सैलानियों का सफर

22 सितंबर 2016 को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित

सचिन श्रीवास्तव बुधवार को विज्ञान भवन में तीन दिवसीय पर्यटन निवेशक सम्मेलन की शुरुआत हुई। इस सम्मेलन से सरकार को देश के पर्यटन बाजार में 50 हजार करोड़ रुपए के निवेश की उम्मीद है। इन तीन दिनों में निवेशकों के समक्ष 600 परियोजनाएं रखी जाएंगी। यह पहली बार है, जब केंद्र सरकार की ओर से पर्यटन निवेश को बढ़ावा देने के लिए इतनी बड़ी पहल की जा रही है। इससे पहले विभिन्न राज्य अपने स्तर पर पर्यटन निवेशकों को लुभाने के लिए सम्मेलन करते रहे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस सम्मेलन में होने वाले समझौते जमीन पर भी उतरेंगे और देश के पर्यटन बाजार में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे।

सबसे तेज बढ़ता बाजार
भारत दुनिया के पर्यटन बाजार में सबसे तेज वृद्धि दर वाले देशों में शुमार है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जहां विदेशी पर्यटकों की संख्या में पिछले साल 4 प्रतिशत इजाफा हुआ, वहीं भारत में विदेशी पर्यटकों की आमद 10 फीसदी बढ़ी।

सब कुछ है हमारे पासपर्यटन देश की ताकत है। हमारे पास एडवेंचर टूरिज्म के लिए अनुकूल हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर घने वन क्षेत्र, तटीय क्षेत्र, ऐतिहासिक धरोहर, धार्मिक स्थल सब कुछ हैं।
महेश शर्मा, केंद्रीय पर्यटन मंत्री

पर्यटन मंत्रालय: देश की नई पर्यटन नीति लगभग तैयार है और यह जल्द ही जारी की जाएगी। नई नीति में विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाओं के अलावा देश में ढांचागत विकास और मेडिकल, स्पोट्र्स व एजुकेशन टूरिज्म पर होगा जोर।

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निवेशक कंपनियां: सरकार की योजना पसंद आने पर कंपनियां मौके पर ही निवेश का समझौता करेंगी। अगर अपनी ओर से कुछ सुझाव आते हैं, तो आपसी सहमति के बाद उस पर बातचीत के लिए भविष्य में तैयारी की जाएगी।

रेल मंत्रालय: रेलवे की कई साइट्स वल्र्ड हेरिटेज में शामिल हैं। रेलवे के कुल टिकट रेवेन्यू में विदेशी पर्यटन से 12 प्रतिशत की आय होती है। सम्मेलन में रेलवे की ओर से ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए विशेष ट्रेन की योजनाएं पेश की जाएंगी।

विदेश मंत्रालय: फिलहाल बांग्लादेश, अमरीका और ब्रिटेन से सबसे ज्यादा पर्यटक भारत आते हैं। मंत्रालय पर्यटन वीजा नियमों में ढील दे सकता है। साथ ही महत्वपूर्ण स्थलों के लिए विशेष योजना की घोषणा कर सकता है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय: हैलिकॉप्टर कंपनियों के साथ करार की उम्मीद। सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों और दूरस्थ इलाकों में हैलिपेड के लिए निवेश की योजना सामने रखी जाएगी।

इनकी है हिस्सेदारी
राज्य और केंद्र शासित प्रदेश, बैंक और वित्तीय संस्थान, बिजनेस डेवलपर्स, क्रूज लाइनर्स, घरेलू निवेशक, मनोरंजन कंपनियां, वैश्विक निवेशक, हेलिकॉप्टर सेवाएं, अंतरराष्ट्रीय भागीदार, रेस्टोरेंट, स्पा, योग केंद्र, टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटर्स, अर्बन डेवलपर्स, वेंचर कैपेलिस्ट, नागरिक सुविधा देने वाली कंपनियां आदि इस सम्मेलन में हिस्सेदार हैं।

600 परियोजनाएं निवेशकों के सामने रखेगी सरकार
50 हजार करोड़ रुपए के निवेश की उम्मीद
12 भाषाओं में 24 घंटे हेल्पलाइन शुरू करेगी सरकार। इससे कंपनियों को प्रत्यक्ष लाभ होगा।
40 हजार करोड़ रुपए मंजूर किए हैं सरकार ने इस क्षेत्र के लिए जरूरी ढांचागत विकास के लिए
28 राज्य कर रहे हैं सम्मेलन में हिस्सेदारी 
70 कंपनियों के 144 निवेशक कर रहे हैं सम्मेलन में शिरकत
4 प्रतिशत रही दुनिया में पर्यटकों की वृद्धि की दर पिछले साल
10 प्रतिशत बढ़ोत्तरी दर्ज की गई भारत में बीते साल
11.8 प्रतिशत ज्यादा विदेशी पर्यटक आए अगस्त, 2016 में अगस्त, 2015 के मुकाबले
2478 अरब रुपए का है भारत का पर्यटन बाजार
7.2 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढऩे के आसार हैं अगले 10 साल तक
5339 अरब रुपए का हो जाएगा 2025 में देश का पर्यटन उद्योग
230 लाख रोजगार हैं अभी पर्यटन बाजार में
290 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा 2025 में टूरिज्म से
455 लाख लोगों की आजीविका निर्भर होगी 2025 में टूरिज्म क्षेत्र पर
2107 अरब रुपए का निवेश है फिलहाल देश के पर्यटन बाजार में
2377 अरब रुपए होने की उम्मीद है निवेश 2025 तक 
144 हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की आय होती है विदेशी पर्यटकों से हर साल
80 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं देश में हर साल
1.92 लाख होटल रूम की जरूरत है भारत है पर्यटन उद्योग को

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भारत में विदेशी पर्यटक 
बांग्लादेश 16.61 प्रतिशत
अमेरिका 12.59 प्रतिशत
ब्रिटेन 10.57 प्रतिशत
श्रीलंका 5.92 प्रतिशत
मलेशिया 3.41 प्रतिशत
चीन 2.77 प्रतिशत
जापान 2.75 प्रतिशत
कनाडा 2.63 प्रतिशत
जर्मनी 2.57 प्रतिशत
फ्रांस          2.54 प्रतिशत
ऑस्ट्रेलिया 2.40 प्रतिशत
ओमान 2.19 प्रतिशत
नेपाल 1.95 प्रतिशत
सिंगापुर 1.91 प्रतिशत
यूएई 1.68 प्रतिशत