कैसे होते हैं वीडियो वायरल?

सचिन श्रीवास्तव
इन दिनों वायरल वीडियो चलन में हैं। हर रोज दर्जनों की तादाद में वीडियो वायरल हो रहे हैं? या कहें कि कराए जा रहे हैं। अक्सर किसी वीडियो के लोकप्रिय होने पर उसे वायरल का नाम दे दिया जाता है और आम तौर पर हम यकीन कर लेते हैं कि यह बिना किसी बाहरी मदद के सोशल मीडिया पर लोगों की एक जैसी पसंद के कारण हुआ है। लेकिन यह  सच है नहीं। असल में ज्यादातर वीडियो वायरल कराए जाते हैं। 2016 के एक अध्ययन की मानें तो 30 प्रतिशत वीडियो ही बिना किसी मदद के वायरल होते हैं, बाकी वीडियो को कंपनियां या विभिन्न संस्थाएं वायरल कराती हैं।

थोड़ी ट्रिक, थोड़ा विज्ञान और कुछ शोध और नतीजा वायरल
ज्यादातर लोग मानते हैं कि वीडियो के वायरल होने के पीछे कोई बहुत बड़ा तथ्य छुपा है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। असल में यह कोई जादू नहीं है। वायरल वीडियो के पीछे सीधे साधे फार्मूले काम करते हैं। कुछ टिप्स, ट्रिक
और टारगेट समूह से संबंधित शोध के आधार पर बनाए गए वीडियो को सही मार्केटिंग के जरिये वायरल कराया जाता है। जॉन बर्गर की किताब कॉन्टेजियस: द सोशल करैंसी में इस संबंध में कुछ दिलचस्प तथ्य बताए गए हैं।

पता कर सकते हैं वीडियो वायरल होगा या नहीं
जी हां, आप किसी वीडियो को अपलोड करने से पहले ही जान सकते हैं कि वह वायरल होगा या नहीं। इंटरनेट पर ऐसी कई साइट हैं, जो आपके वीडियो के वायरल होने की क्षमता का आकलन करती हैं।

विज्ञापन के वीडियो होते हैं ज्यादा वायरल
वीडियो वायरल कराए जाते हैं इसका एक बड़ा सबूत यही है कि 70 प्रतिशत वायरल होने वाले वीडियो किसी न किसी उत्पाद के विज्ञापन से जुड़े होते हैं। चाहे वह अमरीकी शू मेकर कंपनी का पानी पर इंसान के चलने वाला वीडियो हो या फिर एक टैक कंपनी के लिए वायरल किया गया मैरिज प्रपोजल इन सेंट्रल पार्क वाला वीडियो।

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व्यक्तिगत वीडियो भी होते हैं वायरल
ऐसा नहीं है कि सिर्फ कंपनियों के विज्ञापन उत्पाद और किसी प्रचार सामग्री से जुड़े वीडियो ही वायरल होते हैं। इनके अलावा घरेलू वीडियो सबसे ज्यादा वायरल होते हैं। घरेलू वीडियो में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की टिप्स और बच्चों की शरारतों के वीडियो वायरल होते हैं।

हर लोकप्रिय वीडियो नहीं है वायरल
असल में वायरल वीडियो के साथ एक बड़ी दिक्कत यह भी है कि हर लोकप्रिय वीडियो को वायरल मान लिया जाता है। जबकि ऐसा है नहीं। वायरल वीडियो का मतलब है ऐसा वीडियो जिसे एक खास समय में सबसे ज्यादा देखा जा रहा हो। यानी उसके मुकाबले में जो वीडियो हों, वह कहीं न ठहरें। न दूसरे नंबर पर न दसवें नंबर पर।

वायरल वीडियो के जरिये वायरस का है खतरा
इंटरनेट पर लोगों के काम बिगाडऩे वालों की संख्या भी कम नहीं है। यह लोग वायरल वीडियो का सहारा लेकर वायरस फैलाने का काम करते हैं। किसी वायरल वीडियो की लिंक के साथ वायरस की इनस्क्रिप्टिंग कर यह काम आसानी से और तेजी से किया जा सकता है। इसलिए किसी भी वायरल वीडियो को देखने पर थोड़ी सावधानी रखें और डाउनलोड करने में तो चौकस हो जाएं।

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वायरल वीडियो की जरूरी शर्तें
भावुक और अनोखा: भावुकता और अनोखापन किसी भी वायरल वीडियो का जरूरी कंटेंट है। इनके बिना कोई वीडियो वायरल नहीं हो सकता।
छोटे होने चाहिए: यानी इनकी समय अवधि 3-4 मिनट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। छोटे वीडियो के वायरल होने की संभावना 90 प्रतिशत तक होती है।
शेयरलेबल, लाइकेबल: शेयर और लाइक के बटन वीडियो के साथ आसानी से दिखाई देने चाहिए। इसके बिना यूजर देखते ही तुरंत इसे शेयर नहीं कर पाएगा।
शेयर की मांग: वायरल वीडियो के लिए शेयर सबसे ज्यादा जरूरी है। इसलिए इसकी मांग बार-बार की जाती है।
कहानी शामिल हो: वीडियो में कोई कहानी होने पर उसके शेयर करने की संख्या बढ़ जाती है। यह उत्साह, हौसले, उम्मीद की हो तो और बेहतर।
ज्यादा मंचों पर: वीडियो को किसी एक ही मंच पर अपलोड करने से उसके वायरल होने की संभावना कम होती है। इसे ज्यादा से ज्यादा मंचों पर अपलोड किया जाना चाहिए।

क्यों किए जाते हैं वीडियो वायरल?
किसी वीडियो के वायरल होने के पीछे उद्देश्य सबसे अहम है। कई बार बिना किसी पूर्व उद्देश्य के भी ऐसा होता है। पहला उद्देश्य तो लोकप्रियता है। इसके अलावा कमाई भी वीडियो वायरल होने के पीछे बड़ी वजह है। उत्पाद का प्रचार इसी श्रेणी में आता है। इसके अलावा अफवाह और वायरस फैलाने के लिए भी वीडियो वायरल किए जाते हैं। इन्हें निगेटिव वायरल करते हैं। मजाकिया वीडियो अक्सर खुद ब खुद वायरल होते हैं।