ट्रेकोमा मुक्त हुआ देश

सचिन श्रीवास्तव
एम्स के डाक्टरों के दावों के मुताबिक, भारत आंखों के एक रोग ट्रेकोमा से पूरी तरह मुक्त हो गया है।

क्या है ट्रेकोमा
ट्रेकोमा एक प्रकार का कंजेक्टिवाइटिस है, जिसमें आंखों में दाने आ जाते हैं। यह दुनियाभर में अंधेपन की बड़ी वजह है।
09 साल तक की उम्र के बच्चों में पाया जाता है यह संक्रामक रोग

27 जिलों में किया एम्स के डॉ राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थाल्मिक साइंसेज ने अध्ययन
03 साल तक मार्च 2014 से 2017 के बीच किया डॉक्टरों ने शोध
05 प्रतिशत से कम पीडि़त पाए जाने पर डब्ल्यूएचओ के मापदंड़ के अनुसार खत्म मानी जाती है बीमारी
1950 के दशक में पूर्वोत्तर में खासी तादाद थी ट्रेकोमा पीडि़तों की
50 से 80 प्रतिशत बच्चे 6 दशक पहले थे ट्रेकोमा से पीडि़त। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक।
42 देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में चिह्नित है ट्रेकोमा
19 लाख से ज्यादा लोग है ट्रेकोमा के कारण अंधेपन के शिकार दुनियाभर में

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